मध्य प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समर्थक भावुक नजर आए. उनके समर्थकों ने गाड़ी रोककर मामा-मामा के नारे लगाए. हर दिन की तरह बुधवार को भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पौधारोपण किया. स्मार्ट सिटी पार्क में पौधारोपण करने के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि अब मैं छुट्टी ले रहा हूं.
मध्य प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समर्थक भावुक नजर आए. कार्यक्रम के बाद जब शिवराज सिंह का काफिला कार्यक्रम स्थल मोतीलाल नेहरू स्टेडियम से बाहर निकल रहा था तो समर्थकों ने उनकी गाड़ी रोक ली. मामा-मामा के नारे लगने लगे. हमारा नेता कैसा हो-शिवराज सिंह जैसा हो, वो आंधी नहीं तूफ़ान है-शिवराज सिंह चौहान है के नारे भी लगाए गए.
इसी दौरान एक महिला रोते हुए शिवराज सिंह के पास आई और बोली कि भाई आप चिंता मत करो. यह स्थिति कुछ देर तक बनी रही. फिर शिवराज सिंह गाड़ी से बाहर निकले और समर्थकों से मुलाकात के बाद निकल गए. इस दौरान समर्थकों को नियंत्रित करने के लिए शिवराज सिंह के सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
शिवराज बोले- अब ले रहा हूं छुट्टी, ‘चदरिया को वैसे ही रखा है’
हर दिन की तरह बुधवार को भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पौधारोपण किया. स्मार्ट सिटी पार्क में पौधारोपण करने के बाद उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि अब मैं छुट्टी ले रहा हूं. बेडशीट वैसे ही रखी हुई थी. नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने से कुछ देर पहले उन्होंने भावुक लहजे में यह बात कही.
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में संत कबीर के भजन ‘जस की तस रख दीनी…’ का सामान्य अर्थ यही माना जा सकता है कि उन्हें जो पद मिला था, उसे उन्होंने वापस कर दिया। किसी भी तरह का दाग नहीं लगने दिया. संगठन के नजरिए से देखा जाए तो शायद इस पंक्ति को बोलने का मतलब यह हो सकता है कि उनके कार्यकाल में प्रदेश और पार्टी को कोई नुकसान नहीं हुआ, बल्कि फायदा ही हुआ।