उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई 2024 को सुबह 7 बजे खुलेंगे। यह तिथि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में आयोजित एक धार्मिक समारोह में घोषित की गई।
केदारनाथ धाम हिंदुओं के लिए 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में गढ़वाल हिमालय की ऊंचाई पर स्थित है।
कपाट खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के दिन पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की उपस्थिति में आयोजित एक धार्मिक समारोह में घोषित की जाती है।
केदारनाथ धाम के कपाट छह महीने के लिए खुले रहते हैं। अक्टूबर में दीपावली के बाद कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
केदारनाथ धाम की यात्रा हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है। हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ की यात्रा करते हैं।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं जो आपको केदारनाथ की यात्रा की योजना बनाते समय ध्यान में रखनी चाहिए:
- यात्रा का समय: केदारनाथ की यात्रा मई से नवंबर तक खुली रहती है।
- यात्रा का मार्ग: केदारनाथ तक पहुंचने के लिए गौरीकुंड से 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी होती है।
- पंजीकरण: केदारनाथ की यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है।
- आवास: केदारनाथ में धर्मशालाएं और लॉज उपलब्ध हैं।
- स्वास्थ्य: केदारनाथ ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए उच्चाई वाली बीमारी का खतरा होता है।
- मौसम: केदारनाथ में मौसम अप्रत्याशित हो सकता है, इसलिए गर्म कपड़े और रेनकोट साथ ले जाना जरूरी है।
अगर आप केदारनाथ धाम की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें और अपनी यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाएं।